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शायरी-बात-बात पर वह तकरार करती है

1- बात-बात पर वह तकरार करती है मैं मानता हूं कमाई कम है घर चलाना मुश्किल है दिल से ऐसे उजड़ चुका हूँ अब घर बसाना मुश्किल है  2- सोचा था तुम्हारे साथ जुड़कर जिंदगी बदल जाएगी मगर यह सोच ही नहीं पाया असल जिंदगी में जो होने वाला था दिल में जो मोहब्बत थी उस मोहब्बत का जनाजा निकल चुका है  3- इंतजार था अपने दिल के जज्बातों का उनसे इजहार करने का सिर्फ आस रह गई वह मेरे गलियों में आए ही नहीं 4- हम अपने आप को बदल लेंगे पहले तुम खुद को बदलने की कोशिश करो जो देखे हैरान रह जाए कुछ ऐसे मोहब्बत करो

शायरी-वह मुझसे रूठने का बहाना ढूंढते हैं

वह मुझसे रूठने का बहाना ढूंढते हैं यह हकीकत है मुझसे यूं ही रूठकर किसी और से मिलने का बहाना ढूंढते हैं पर्दाफाश हो चुका है हर राज का मुझे होश आ चुका है मामूली सी बात पर इतना ज्यादा तकरार क्यों करते हैं

शायरी-हम तन्हाई में और ज्यादा जी नहीं पाएंगे

हम तन्हाई में और ज्यादा जी नहीं पाएंगे एक बार मेरे पास आकर कह दो तुम बेवफा नहीं हुई जो सुना है उससे मन क्षुब्ध हो चुका है मेरा दिल यह मानने को तैयार नहीं है कि तुम बेवफा हो चुकी हो  किसी वस्तु के लिए वह ऐसे इंकार करती है कि सामने वाले को बुरा नहीं लगता

शायरी-उसको मजा आता है मुझे सताने में

उसको मजा आता है मुझे सताने में काफी वक्त गुजार दिया मुझे आजमाने में सच में जो अपने दिल की बात कहूं तुमसे सुंदर कोई नहीं है इस जमाने में

शायरी-एक झटके में उन्होंने मुझे देखा इस तरह

1.एक झटके में उन्होंने मुझे देखा इस तरह मेरा दिल उनके साथ निकल गया शायद मेरी किस्मत में वह नहीं वह मिलते तो मेरी जिंदगी संवर जाती 2. मैं इस तरह टूट कर बिखरता नहीं जो हमसे बेवफा नहीं होते कुछ कमी मुझमें भी थी वरना इस तरह खफा नहीं होती शायरी   उसकी हर बातें काबिले तारीफ होती है, सभी बातों में कुछ ना कुछ राज छुपा रहता है

शायरी-दिल कहता है

1.दिल कहता है अब उनका इंतजार करना छोड़ दें यू उनसे बेतहाशा प्यार करना छोड़ दें खुश रहते हैं वह बेवफा होकर अब कोई भी मुझसे सवाल करना छोड़ दें 2. मैंने तुम्हें चाहा हर वक्त अपनी औकात से ज्यादा मैंने तुम्हें हर खुशी देना चाहा अपने औकात से ज्यादा आज जब टूटा हूं तो समझ पाया क्यों यह तन्हाई है मेरी चाहत थी मेरी औकात से ज्यादा

शायरी-जिंदगी हर मोड़ पर इम्तिहान लेती है

1.ज़िंदगी हर मोड़ पर इम्तिहान लेती है  जिसका हल बड़ा मुश्किल ऐसे सवाल देती है कभी मुस्कुराती है जिंदगी कभी मुश्किलों में डाल देती है 2. आती हो मिलने तो जाती हो क्यों, सच बताओ सनम सताती हो क्यों, प्यार ऐसे करो कि छलक जाए आंसू ,ग़म  के नहीं खुशी के मगर 3. दिल से निकली आवाज को लिख देते हैं किताबों में आज भी जीते हैं तेरे वादों में कुछ भी कर जाएंगे हम जाने मन खोट मत रखना अपने इरादों में 4. तुम्हारी बातों पर कोई भरोसा नहीं तुम पर भी कोई भरोसा नहीं दिल को समझाता हूं उसकी बातों पर एतबार न कर दिल पागल है उसके प्यार को क्षण भर के लिए भूल पाती नहीं 5. आजमाएंगे किस्मत मोहब्बत की दुनिया में उतर कर कभी, मुझे पता है प्यार का मजा लेने के बाद कहते हैं प्यार न करना कभी 6.रूठ कर जा रही हो तो रूठ कर जाओ मगर यह सोचकर जाओ दोबारा हम न मिलेंगे यह रिश्ते हैं जिंदगी भर के लिए इसे तोड़ दोगी तो यह रिश्ते फिर न जुड़ेंगे