सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

शायरी-जिंदगी हर मोड़ पर इम्तिहान लेती है

1.ज़िंदगी हर मोड़ पर इम्तिहान लेती है  जिसका हल बड़ा मुश्किल ऐसे सवाल देती है कभी मुस्कुराती है जिंदगी कभी मुश्किलों में डाल देती है 2. आती हो मिलने तो जाती हो क्यों, सच बताओ सनम सताती हो क्यों, प्यार ऐसे करो कि छलक जाए आंसू ,ग़म  के नहीं खुशी के मगर 3. दिल से निकली आवाज को लिख देते हैं किताबों में आज भी जीते हैं तेरे वादों में कुछ भी कर जाएंगे हम जाने मन खोट मत रखना अपने इरादों में 4. तुम्हारी बातों पर कोई भरोसा नहीं तुम पर भी कोई भरोसा नहीं दिल को समझाता हूं उसकी बातों पर एतबार न कर दिल पागल है उसके प्यार को क्षण भर के लिए भूल पाती नहीं 5. आजमाएंगे किस्मत मोहब्बत की दुनिया में उतर कर कभी, मुझे पता है प्यार का मजा लेने के बाद कहते हैं प्यार न करना कभी 6.रूठ कर जा रही हो तो रूठ कर जाओ मगर यह सोचकर जाओ दोबारा हम न मिलेंगे यह रिश्ते हैं जिंदगी भर के लिए इसे तोड़ दोगी तो यह रिश्ते फिर न जुड़ेंगे

शायरी-हम उनसे बहुत प्यार करते हैं

1.हम उनसे बहुत प्यार करते हैं उनके ख्वाबों ख्यालों में दिन-रात रहते हैं पहले तो वह मोबाइल पर बात कर लिया करते थे आज कल वो स्विच ऑफ रहते हैं 2. बेदर्द दिल की दास्तान सुनाऊंगा कभी फुर्सत में नए दोस्त मिलते ही साली धोखा दे गई मोहब्बत में 3. रोज एक नया तरीके से मुझे सताने लगी हैं जब हम उनके दीवाने हुए वह और भाव खाने लगी जब आती है बात बात पर वह अंगूठा दिखाने लगी 4. चांदनी रात है गर्म मौसम मे ठंडी हवा जो चली मौसम सुहाना हो गया वह पूरी बोतल पी के शराब के नशे में टल्ली हो गई खेलता रहा उसकी नाजुक तसल्ली हो गई 5. पास आ जाओ तुम को चाहने लगा हूं खुदा से तुम्हे मांगने लगा हूं दिन-रात आपके साथ जीने के ख्वाब सजाने लगा हूं जिंदगी में नई उमंगे जगाने लगा हूं 6. बागों में फूल न होते तो बगीचे को महकाता कौन है अगर तुम न होती तो जीने की आस जगाता कौन हो जाना चाहता हूं उम्र भर के लिए तुम न होती तो अंधेरी जिंदगी में रोशनी फैलाता कौन

शायरी-जिंदगी से कहता हूं

1.ज़िंदगी से कहता हूं मुझसे रूठा न करो फिर भी ज़िंदगी मुझसे रूठ जाती है एक पल के लिए मुस्कुराता हूं फिर गमों में डूब जाता हूं 2. हम खुशनसीब हैं आप मेरे करीब हैं ज़िंदगी कट गई आपकी ख्वाबों में इसलिए हम गरीब होकर भी सोचते हैं हम अमीर हैं 3. यह मेरा दिल है कि क्या है हर हसीनों पर टूट पड़ता है आधा पागल है मेरा दिल आधा बेवकूफ लगता है 4. कभी प्यार से बाहों में समा गई कभी झगड़ा गुस्सा करके तनहाई बढ़ा गई जिंदगी में कभी झूठा कभी सच्चा बरसा गई कहर बड़ा अच्छा लगा PK तेरे प्यार का मीठा जहर 5. पर्वत की ऊंचाई से गिर के संभल गया शादी हुई तो प्यार का मौसम बदल गया पहले तो मुझसे मीठी-मीठी बात किया करते थे आजकल उनका तेवर बदल गया 6. लाख कोशिश के बाद भी तुमको भुला न सका जीने का सहारा जाम है अब तो किताबों में मन नहीं लगता अगले महीने मेरा इम्तिहान है

शायरी-बड़ी मेहनत से जो वफ़ा के फूल

बड़ी मेहनत से जो वफ़ा के फूल, लगाये थे हमने, आज उस फूल की खुशबू बेवफ़ा सी, लाचार खुद से मै हो गया, जिसको कभी गैर समझ नहीं, आज हमसे वो ख़फ़ा सा है, अजब से कशमकश, मै जी रहा हूँ, आज मन मेरा दिल से जुदा सा है

शायरी-मै डूबता रहा

1-मै डूबता रहा ,उस बेवफ़ा के सामने, उसे तैरना भी आता था, अपने जान से भी ज्यादा जिसे चाहा उम्र-भर, आज उसका मुझे डुबाने का इरादा था 2-ज़िंदगी धीरे धीरे फुटपाथ पर आने लगी ए बेवफ़ा तेरी मोहब्बत में, डरता हूँ आज-कल इस बात से, कही दाग न लग जाये मेरे इज्जत में 3-क्या पता ज़िंदगी किस मोड़ पर हमें अकेला छोड़ जाये, यू जैसे कोई मुझसे नाता न हो, कितना भी उससे प्यार कर ले ,कितना भी आह भर ले उसके लिए तड़प के मर जाये, फिर भी उसे रोक पाता न हो

शायरी-तुम साथ देना हमसफ़र बनके

1-तुम साथ देना हमसफ़र बनके दुनियाँ की फब्तियों से बेख़बर बनके  बदल देते है लोग दिमाग़ बातों से  राज करती रहना मेरे दिल पर हर वक्त असर बनके 2-तुम्हरी याद मे सुबह होगी तुम्हारी यादों मे शाम होगी हम तुम्हारा पिछा नहीं छोड़ने वाले बेशक तेरा प्यार मे मेरी ज़िंदगी बर्बाद होगी 3-फैलाओं इतना, अपने हुस्न का जलवा असर दिवानो के दिल तक जाये छेड़े हर कोई, दिल का अफ़साना मगर तेरा प्यार को भी न पाये 4-तुम मुझे जितना चाहे बर्बाद कर लो मै सिर्फ तुमसे प्यार करूगा हो सकता है तुम्हारी नज़र हमारी वफा पर पड़े तुम्हें खुद अपने कर्मो से शर्मिंदा होकर संमलने का मौका मिले

शायरी-सपने उनके सच होते हैं

1-सपने उनके सच होते हैं जो सपने को खुली आँखों से देखते हैं बन्द आँखो से देखे गये सपने नींद खुलने के बाद टूट जाते हैं 2-कास उनके दिल की हक़ीक़त को समझ पाया होता अपने दिल के अरमानों को उनसे कह पाया होता लोग उनको बहला-फुसला नहीं पाते जो हर वक्त उनके साथ रह पाया होता 3-ये बेवफ़ा हमने अपनी मोहब्बत को आंशुओ से धोया है ये आँखों के आंशू सुखे हुए है इन आँखो की गहराई में उतर कर देखो हम कितना रोए है 4-फूलों की तरह ज़िंदगी में महकती रहना प्यार बन के उम्र भर बरसती रहना हो जाये कोई ख़ता मुझसे अगर देके सज़ा माफ़ करती रहना